देश-विदेश से पटना स्थित तख्त श्री हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा आने वाले पर्यटकों को मंगल तालाब एक पर्यटन स्थल के रूप में मिलेगा।
लोग तालाब पर घंटों तक शिकारा और बोटिंग का मजा ले सकेंगे।
नाव और शिकारा से बोटिंग के मामले में मंगल तालाब शहर का सबसे बड़ा और खूबसूरत स्पॉट के रूप में लोगों को मिलेगा।
नगर विकास एवं आवास विभाग मंगल तालाब को पर्यटन विभाग को सौंपने की तैयारी में जुट गया है।
तालाब हस्तांतरण को लेकर नगर विकास विभाग और पर्यटन विभाग के बीच मौखिक वार्ता हुई है।
तालाब बड़ा है। इसमें एक साथ 15 शिकारा और 30 से अधिक बोट आसानी से चल सकती हैं।
तालाब की चारों तरफ लोगों को टहलने और किसी एक तरफ खाने-पीने की सुविधा दी जाएगी।
पटना सिटी मंगल तालाब 25 एकड़ में फैला है। 1857 की क्रांति के बाद तालाब भर गया था।
1876-77 में पटना के तत्कालीन जिलाधिकारी मैंगल्स ने खुदाई करा इसे एस का आकार दिया।
इस तालाब के दोनों तरफ खुशनुमा चमन था। 1980 तक यहां 28 माली, सात दरबान तथा पांच मजदूर तैनात थे।