22 सालों के लंबे इंतजार के बाद तारा सिंह एक बार फिर बड़े पर्दे पर लौट आए हैं.
आइए बताएं उन्होंने इस फिल्म के साथ सिनेमाघर में कितना गदर मचाया.
गदर 2' की शुरुआत काफी धुआंधार अंदाज में होती है. शुरुआत में नैरेटर नाना पाटेकर आपको तारा सिंह और सकीना की कहानी सुनाते हैं. कैसे तारा को सकीना मिली, उ..
छोटे चरणजीत उर्फ जीते को आप एक बार फिर अपनी मां की याद में रोते देखेंगे. 'गदर' के अंत में तारा अपनी सकीना और जीते को पाकिस्तान से वापस भारत ले आया था.
फिल्म की शुरुआत काफी ढीले नोट पर होती है. शुरू में आपको पिछली कहानी का रिकैप दिया जाता
फर्स्ट हाफ में आपको कम ही मजा आएगा. फिल्म के पहले हिस्से को देखकर लगता है कि किसी को एक्टिंग आती ही नहीं है.
अमीषा पटेल और उत्कर्ष शर्मा की एक्टिंग में खास दम नहीं है. सनी देओल अपने कंधों पर इसे चला रहे हैं.
इंटरवल तक आते-आते ये ढीली फिल्म थोड़ी बेहतर होने लगती है. और जैसे ही इंटरवल खत्म होता है और फिल्म का वक्त और उसके जज्बात बदल जाते हैं.
एक चीज जो एकदम बढ़िया है वो है फिल्म का म्यूजिक. मूवी में आने वाले सभी गाने अच्छे हैं और सीन्स को सपोर्ट करते हैं. ये फिल्म एक्शन, रोमांस, ड्रामे और इम...