भाखड़ा नांगल बाँध भूकंपीय क्षेत्र में स्थित विश्व का सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध है।
भाखड़ा नांगल बाँध भूकंपीय क्षेत्र में स्थित विश्व का सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध है।
यह बाँध पंजाब राज्य के होशियारपुर ज़िले में सतलुज नदी पर बनाया गया है।
यह बाँध पंजाब राज्य के होशियारपुर ज़िले में सतलुज नदी पर बनाया गया है।
यह बाँध 261 मीटर ऊँचे
टिहरी बाँध के बाद
भारत का दूसरा सबसे
ऊँचा बाँध है
यह बाँध 261 मीटर ऊँचे
टिहरी बाँध के बाद
भारत का दूसरा सबसे
ऊँचा बाँध है
इसकी उँचाई 225.55
मीटर (740 फीट) है।
इसकी उँचाई 225.55
मीटर (740 फीट) है।
पहला निर्णय, भाखडा बांध की अपेक्षा पहले भाखडा नहर प्रणाली निर्मित करने का था तथा दूसरा निर्णय विदेशी विशेषज्ञों की सहायता से विभागीय रूप में बांध का निर्माण करना था
पहला निर्णय, भाखडा बांध की अपेक्षा पहले भाखडा नहर प्रणाली निर्मित करने का था तथा दूसरा निर्णय विदेशी विशेषज्ञों की सहायता से विभागीय रूप में बांध का निर्माण करना था
यद्यपि यू.एस.बी आर भाखडा बांध का डिजाइन सलाहकार था फिर भी इसका क्रियावयन सिंचाई विभाग के भारतीय अभियन्ताओं के हाथ में आया
यद्यपि यू.एस.बी आर भाखडा बांध का डिजाइन सलाहकार था फिर भी इसका क्रियावयन सिंचाई विभाग के भारतीय अभियन्ताओं के हाथ में आया
अप्रैल, 1952 के पश्चात जब मि. एम. हारवे स्लोकम अमेरिका से निर्माण तकनीशियनों तथा अभियन्ताओं की अपनी टीम के साथ आए तो इसका पूर्ण रूप से सक्रिय निर्माण कार्य प्राम्भ हुआ।
अप्रैल, 1952 के पश्चात जब मि. एम. हारवे स्लोकम अमेरिका से निर्माण तकनीशियनों तथा अभियन्ताओं की अपनी टीम के साथ आए तो इसका पूर्ण रूप से सक्रिय निर्माण कार्य प्राम्भ हुआ।
– भाखड़ा की मुख्य नहर 175 किलोमीटर लंबी है जो रोपड़ से निकलकर पूरी पंजाब के भाग में होती हुई हिसार जिले की सीमा तक जाती है।
– भाखड़ा की मुख्य नहर 175 किलोमीटर लंबी है जो रोपड़ से निकलकर पूरी पंजाब के भाग में होती हुई हिसार जिले की सीमा तक जाती है।
उसके बाद साल 1944 में तत्कालीन भारतीय सरकार ने इस योजना को स्वीकार किया और 1946 में बांध का निर्माण कार्य शुरू किया गया
उसके बाद साल 1944 में तत्कालीन भारतीय सरकार ने इस योजना को स्वीकार किया और 1946 में बांध का निर्माण कार्य शुरू किया गया