गंगटोक सिक्किम की राजधानी होने के कारण सुंदरता की लिस्ट में टॉप पर आना काफी आम बात शाबित होती है
गंगटोक
गंगटोक में आपको एक अनदेखा अनुभव महसूस होने को मिलता है जिसे अपने बड़ी-बड़ी HOLLYWOOD के फिल्मों में देखते हैं।
गुरुडोंगमार झील
गुरुडोंगराम झील लेह में स्थित पैंगोंग त्सो झील की फोटोकॉपी लगती है, जिसको नेचर ने अपने हांथों से बनाया हो।
त्सोमोगो झील
त्सोमोगो झील सिक्किम के टॉप टूरिस्ट स्पॉट्स में से एक है, जोकि ग्लेशियर के पिघलने से बनता है जिसके वजह से ये भारत की सबसे ऊँची झीलों में टॉप पर है।
अगर आप सिक्किम को सही से जानना चाहते हैं तो आप कंचनजंघा के अनुभव के बिना उसे अधूरा ही समझे, जिसे आप किताबों, न्यूज या फिर किसी यूट्यूब की 15 मिनट की वीडियो से नहीं जान सकते है।
नाथुला पास भी गंगटोक से सिर्फ 53 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिसे सिक्किम के प्रमुख टूरिस्ट स्थलों में से एक है जो की उनकी संस्कृति को लोगो तक फ़ैलाने का काम करती है।
सिक्किम में अगर गंगटोक के बाद कोई और दूसरी सबसे पसंदीदा टूरिस्ट स्पॉट है तो उसका नाम पेल्लिंग ही है। पेल्लिंग चारो तरफ से नेचर से घिरा हुआ है, जोकि आपको अपने शीतल हवाओं और शांतिमय नजारों से आपके मन को शांत करने का माहौल प्रदान करता है।
तीस्ता नदी सिक्किम की सुंदरता को काफी सरलता से बढ़ाने का काम करता है, जिसको आप अनुभव भी कर लेंगे और आपको अज्जेब भी नहीं लगेगा क्योंकि सिक्किम पूरी तरह से सुन्दता से भरा हुआ राज्य है।
किरातेश्वर महादेव मंदिर
किरातेश्वर महादेव मंदिर सिक्किम में सबसे प्रसिद्ध हिन्दू धार्मिक स्थलों में से एक है, जो की रंगित नदी और घने जंगलो से घिरा हुआ है। और अगर मान्यताओं की माने तो किरातेश्वर महादेव मंदिर में जाकर मांगी जाने वाली हर मनोकामना पूरी हो जाती है।
पश्चिम सिक्किम में स्थित ये खेचोपलरी झील अपने मान्यताओं के लिए सिक्किम के का एक फेवरेट टूरिस्ट प्लेस में बदल गया है। हालाँकि इस झील के नजारे को अनदेखा करना भी गलत ही होगा, जोकि नेचर और शांतिपूर्वक माहौल बना के रखने का काम करता है।