वर्तमान रोहतांग दर्रा स्थिति मनाली और केलांग दोनों तरफ से बंद है। खराब मौसम और देर से हुई बर्फबारी के कारण अब खुलने की अनुमानित तारीख 5 जून से 10 जून के बीच टाल दी गई है।
1. यह दुनिया के सबसे ऊँचे पहाड़ी दर्रे में से एक है, जो समुद्र स्तर से 3,978 मीटर (13,051 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है।
1. इस पास का नाम शवों के ढेर से मिला है, जो कि यहां के खतरनाक मौसम को दर्शाता है।
यहां पर्यटकों को गाइड के साथ रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक होता है, जो सुरक्षा और प्रबंधन के उद्देश्य से किया जाता है।
इस पास का नाम शवों के ढेर से मिला है, जो कि यहां के खतरनाक मौसम को दर्शाता है।
रोहतांग पास का आस-पास क्षेत्र वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र है, जहां कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
1. यहां तापमान बहुत ठंडा हो सकता है, इसलिए ठंडी और गर्म कपड़े पहनें।2. विश्राम के लिए पानी और खाद्य सामग्री साथ ले जाएं, क्योंकि यहां पर कम सुविधाएं हो सकती हैं।3. धूप से अपनी आंखों और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन और धूपी चश्मा पहनें।4. सुरक्षा के लिए, यात्रा करते समय संबंधित अधिकारियों के द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।5. रास्ते पर तटस्थ सुरक्षा कार्यकर्ताओं के द्वारा दी गई चेतावनियों का पालन करें।
1. यात्रा के लिए समय और मौसम की सुविधाओं की जांच करें, क्योंकि मौसम परिवर्तन की संभावना है।2. जब भी यात्रा करें, सुरक्षा के लिए सम्मिलित रहें और समूह में यात्रा करें।3. पर्यटन और प्राकृतिक संरक्षण के लिए पार्किंग और अन्य नियमों का पालन करें।4. यात्रा के दौरान अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।5. अपनी स्वच्छता बरतें और प्राकृतिक संरक्षण के लिए सावधानी बरत
यहां एक प्राचीन मंदिर है, जिसमें माता हिमानी देवी की पूजा की जाती है।