आपने आजतक राजस्थान के उदयपुर के बारे में सुना होगा, जहां का शाही अंदाज लोगों को इतना पसंद आता है कि दिल्ली ही नहीं देशभर से लोग यहां घूमने का मौका देखते हैं

लेकिन क्या आप जानते हैं, जिस तरह से राजस्थान का उदयपुर लोगों के बीच इतना फेमस है, उसी तरह से गुजरात में भी एक उदयपुर है, जिसे ‘छोटा उदयपुर’ के नाम से जाना जाता है।

छोटा उदेपुर म्यूजियम छोटा उदेपुर शहर में स्थित है, जिसमें जिले के आदिवासियों के रंगीन जीवन को दिखाया गया है।

छोटा उदेपुर संग्रहालय

हां का पारिवारिक जीवन, रोजमर्रा की गतिविधियां, आर्ट वर्क, पेंटिंग आदि सब कुछ बड़ी ही खूबसूरती के साथ रखा गया है। म्यूजियम सोमवार से शनिवार तक सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है।

BAPS स्वामीनारायण मंदिर छोटा उदेपुर से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। एक विशाल तीर्थ परिसर में मौजूद स्वामीनारायण मंदिर, जिले के कई हिन्दुओं के दिलों में एक खास जगह प्राप्त किए हुआ है।

दीवारों पर शानदार पत्थर की मूर्तियां मंदिर की मुख्य विशेषता को दर्शाती हैं। स्वामीनारायण के बलिदानों को यहां काफी अच्छे से दिखाया गया है।

छोटा उदयपुर के राजाओं को कला और वास्तुकला का काफी शौक था, उन्होंने काली-निकेतन जैसे शानदार महलों का भी निर्माण किया था, जिसे शुरू में नाहर विला के नाम से जाना जाता था

काली निकेतन

लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर काली-निकेतन कर दिया गया, जिसका अर्थ है, भारत में देवी काली का निवास

हाफेश्वर मंदिर छोटा उदेपुर के प्रमुख शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर कावंत तालुका में स्थित है।

यह एक पुराना शिव मंदिर है जो साल के ज्यादातर समय पानी में डूबा रहता है। पानी में जाने के बाद आप मंदिर का केवल ऊपरी हिस्सा ही देख सकते हैं