टनकपुर शहर कुमाऊं क्षेत्र के बीचों-बीच में स्थित है और भारत-नेपाल सीमा से केवल 3 किमी दूर है।
टनकपुर शहर कुमाऊं क्षेत्र के बीचों-बीच में स्थित है और भारत-नेपाल सीमा से केवल 3 किमी दूर है।
नेपाल, कुमाऊं और उत्तर प्रदेश के पास होने की वजह से, टनकपुर यहां के लोकप्रिय शहरों में आता है।
नेपाल, कुमाऊं और उत्तर प्रदेश के पास होने की वजह से, टनकपुर यहां के लोकप्रिय शहरों में आता है।
टनकपुर में घूमने के लिए अगर आप किसी फेमस जगह पर जाना चाहते हैं, तो यहां के नंधौर वन्यजीव अभयारण्य में जरूर जाएं।
टनकपुर में घूमने के लिए अगर आप किसी फेमस जगह पर जाना चाहते हैं, तो यहां के नंधौर वन्यजीव अभयारण्य में जरूर जाएं।
इस अभयारण्य में आप जीप सफारी का भी पूरा मजा ले सकते हैं। बता दें, नंधौर में पक्षियों की करीबन 250 से अधिक प्रजातियां मौजूद हैं।
इस अभयारण्य में आप जीप सफारी का भी पूरा मजा ले सकते हैं। बता दें, नंधौर में पक्षियों की करीबन 250 से अधिक प्रजातियां मौजूद हैं।
टनकपुर में शारदा घाट स्थानीय लोगों के लिए पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बन चुका है।
टनकपुर में शारदा घाट स्थानीय लोगों के लिए पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बन चुका है।
घाट के एक तरफ सैलानियों के बैठने के लिए फर्श भी बनाया गया है। जो भी सैलानी यहां आता है, वो इस जगह पर घूमने के लिए जरूर पहुंचता है।
घाट के एक तरफ सैलानियों के बैठने के लिए फर्श भी बनाया गया है। जो भी सैलानी यहां आता है, वो इस जगह पर घूमने के लिए जरूर पहुंचता है।
टनकपुर में स्थित देवी पूर्णागिरि मंदिर स्थानीय लोगों के लिए काफी पवित्र स्थल माना जाता है। यहां के लोगों के अनुसार, ये मंदिर किसी भी परेशानी से उनकी रक्षा करता है।
टनकपुर में स्थित देवी पूर्णागिरि मंदिर स्थानीय लोगों के लिए काफी पवित्र स्थल माना जाता है। यहां के लोगों के अनुसार, ये मंदिर किसी भी परेशानी से उनकी रक्षा करता है।
कई लोगों का ये भी मानना है कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा इसी जगह से शुरू होती है। जानकारी के लिए बता दें, ये मंदिर ऊंचे पहाड़ पर स्थित है, जहां जाने के लिए आपको ट्रेकिंग करनी पड़ती है।
कई लोगों का ये भी मानना है कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा इसी जगह से शुरू होती है। जानकारी के लिए बता दें, ये मंदिर ऊंचे पहाड़ पर स्थित है, जहां जाने के लिए आपको ट्रेकिंग करनी पड़ती है।
पंचमुखी महादेव मंदिर के देवता भगवान शिव अपने पंचमुखी या पांच मुख वाले रूप में यहां स्थापित हैं। इस पवित्र मंदिर की आरती का समय प्रतिदिन सुबह 7:30 बजे और शाम 7:30 बजे होता है
पंचमुखी महादेव मंदिर के देवता भगवान शिव अपने पंचमुखी या पांच मुख वाले रूप में यहां स्थापित हैं। इस पवित्र मंदिर की आरती का समय प्रतिदिन सुबह 7:30 बजे और शाम 7:30 बजे होता है
मंदिर में श्रावण महीनों के दौरान और शिवरात्रि के दिन शिव भक्तों का तांता लगा रहता है।