भारत के किसी भी कोने में चले जाइए आपको वहां घूमने के लिए एक से बढ़िया एक जगहें मिल जाएंगी.

टूरिस्ट छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव जा सकते हैं. इस गांव का दूसरा नाम संस्कारधानी है. रायपुर से यहां की दूरी करीब 64 किलोमीटर है. यहां आप कई टूरिस्ट प्लेसिस की सैर कर सकते हैं

यह भिलाई इस्‍पात संयंत्र द्वारा संचालित एक चिड़ियाघर एवं बच्चों का बाग है। चिड़ियाघर की मुख्य आकर्षण विदेशी जानवर और एवियन प्रजातियां, झील, टाव्‍य ट्रेन इत्‍यादि हैं।

मान्यता है कि सिद्धि विनायक श्री शमी गणेश मंदिर में जो भी भक्त सच्चे मन से पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है। इस मंदिर का निर्माण 1,312 साल पहले तांत्रिक विद्या से की गई थी।

बलरामपुर में छत्तीसगढ़ का पहला शहीद पार्क:देश के लिए मर मिटने वाले जवानों की प्रतिमाएं की गईं स्थापित

रायपुर में सबसे पुरानी झील होने के नाते विवेकानंद सरोवर को बुद्ध तालाब भी कहा जाता है। महापुरुषों का कहना है कि बुद्ध देव आदिवासियों के प्रतिष्ठित देवता थे और यह तालाब उनके लिए समर्पित है

मंदिर का निर्माण छत्तीसगढ़ के हैहयवंशी राजाओं के साम्राज्य में हुआ था। मां महामाया देवी हैहयवंशी राजवंश की कुल देवी हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ में इन्होंने 36 किले का निर्माण कराया जहां-जहां राजा किले का निर्माण कराते गए

रायपुर में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक बुधपारा झील काफी सुंदर स्थल है। 14 वीं शताब्दी में कलचुरी वंश के राजा ब्रह्मदेव द्वारा निर्मित यह छत्तीसगढ़ राज्य की सबसे बड़ी झील है

महादेव घाट रायपुर से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह रायपुर से उत्तर-पश्चिम की दिशा में स्थित है। यह जगह खारुन नदी के तट से लगी हुई है, जो महानदी की एक सहायक नदी है